जानिए हस्तरेखा के अनुसार, क्या हथेली में है प्रेम का योग ?

जानिए हस्तरेखा के अनुसार, क्या हथेली में है प्रेम का योग ?

आप भी अगर शादी का सपना संजोए बैठे हैं और यह जानने के उत्सुक हैं कि आपकी शादी अरेंज्ड होगी या लव, शादीशुदा जिंदगी कैसी रहेगी? तो इसके लिए आपको अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि इन सारे सवालों का जवाब हाथ की लकीरों में छुपा है।

हाथ में विवाह के लिए और वैवाहिक स्थिति के लिए दो रेखाओं का अध्ययन किया जाता है। एक तो बुध पर्वत के नीचे निकलने वाली रेखा और दूसरी शुक्र पर्वत पर मौजूद रेखा । आमतौर पर विवाह के संदर्भ में बुध पर्वत की रेखा को ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पर्वत पर अगर कई रेखाएं दिखाई दे रही हैं, तो इसका अर्थ यह नहीं कि सभी रेखाएं शादी की है अर्थात् आपकी उतनी शादियां होंगी। इस पर्वत पर दिखने वाली सभी रेखाओं में से वही रेखा विवाह रेखा होगी, जो सबसे गहरी और लंबी होगी। अन्य रेखा किसी के साथ प्रेम संबंध को दर्शाती है। हथेली में शुक्र पर्वत व्यक्ति की भावनात्मक स्थिति व प्रेम का कारक होता है।

हाथ की रेखाओं में विधाता ने जीवन की छोटी से छोटी घटनाओं को लिख रखा है। यदि आप विवाह के बारे में जानने के इच्छुक हैं, तो अपने हाथ की लकीरों को देखें

हथेली में प्रेम विवाह से संबंधित निम्न योग होते हैं-

© यदि हथेली में विवाह रेखा सुंदर व स्पष्ट हो और यह सूर्य पर्वत तक पहुंच जाए, तो ऐसे जातक का प्रेम विवाह होता है।
रेखा पर द्वीप अर्थात् गोल-सा चिन्ह हो, तो यह समझना चाहिए कि इसका प्रणय संबंध किसी निकट के संबंधी से होगा।

© कोई रेखा शुक्र व गुरु पर्वत को जोड़ती हो, साथ ही सूर्य क्षेत्र भी उन्नत हो, तो प्रेम विवाह सुखमय व सफल होता है।

© बुध पर्वत के नीचे या कहीं भी हृदय रेखा टूटी हो, तो ऐसे प्रेम संबंध ज्यादा दिन तक नहीं चलते।

© यदि चंद्र पर्वत से कोई रेखा ऊपर की ओर उठी हो, साथ ही शुक्र क्षेत्र भी उठा हुआ हो, तो जातक कामुक प्रवृत्ति का होता है। ऐसे लोग प्रेम विवाह को बीच में तोड़ भी देते हैं।

© यदि शुक्र पर्वत से निकलकर कोई रेखा विवाह रेखा से मिले, तो ऐसे जातक का वैवाहिक जीवन प्रेमिका के कारण असफल होता है।

© यदि चंद्र पर्वत से निकलकर कोई रेखा शुक्र पर्वत पर जाकर दो भागों में बंटती हो, तो ऐसे जातक प्रेम विवाह में धोखा देने वाले होते हैं।

© विवाह रेखा पर क्रॉस अथवा द्वीप का चिन्ह हो, तो जातक का संबंध बीच में ही टूट जाता है तथा उसे प्रेम क्षेत्र में बदनामी सहनी पड़ती है।

© यदि भाग्य रेखा चंद्र पर्वत से निकल कर हृदय रेखा तक आ रही है और गुरु पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह नजर आ रहा है, तो इससे आपका वैवाहिक जीवन प्रेम और आनंद से भरा होगा। विवाह के पश्चात् आप और तरक्की करेंगे।

विवाह रेखा हाथ में जितनी गहरी, साफ व स्पष्ट होती है, वैवाहिक जीवन उतना ही सुखमय होता है। लेकिन इस रेखा का कटा होना अच्छा नहीं माना जाता।

कैवल्य ज्योतिष से

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